नई दिल्ली । कोतवाली एक्सप्रेसवे क्षेत्र में साइबर अपराधियों ने एक इंजीनियर को शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर अपने जाल में फंसा लिया। धीरे-धीरे इंजीनियर साइबर अपराधियों को 12 लाख रुपया दे बैठा। बाद में जब उसे यह पता चला कि वह साइबर ठगी का शिकार हुआ है, तो उसने पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर लिया। बताया जाता है कि वह तेलंगाना प्रांत का रहने वाला था तथा नोएडा की रायपुर कॉलोनी में किराए पर कमरा लेकर रहता था। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक सरिता मलिक ने बताया कि मूलरूप से तेलंगाना प्रांत का नगुला प्रगति राजू रायपुर गांव में किराए पर कमरा लेकर रहता था। वहां यहां पर एक नामी कंपनी में इंजीनियर के पद पर कार्यरत था। उन्होंने बताया कि सोमवार रात उसने अपने घर पर पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। स्वजन का कहना है कि मृतक को साइबर अपराधियों ने अपने जाल में फंसाया। ऑनलाइन शेयर बाजार में निवेश करने से मोटी रकम का फायदा होने का झांसा दिया। मृतक ने अपने पास रखी रकम तथा कुछ अन्य लोगों से लेकर करीब 12 लाख रुपया साइबर अपराधियों के कहे अनुसार उनके खाते में डाल दिया। बाद में जब उसे ठगी का एहसास हुआ तो उसने आत्महत्या कर लिया। स्वजन का कहना है कि मृतक को साइबर अपराधियों ने अपने जाल में फंसाया। ऑनलाइन शेयर बाजार में निवेश करने से मोटी रकम का फायदा होने का झांसा दिया। मृतक ने अपने पास रखी रकम तथा कुछ अन्य लोगों से लेकर करीब 12 लाख रुपया साइबर अपराधियों के कहे अनुसार उनके खाते में डाल दिया। बाद में जब उसे ठगी का एहसास हुआ तो उसने आत्महत्या कर लिया।