सीमा विवाद पर चर्चा करने के लिए मेघालय और असम के सीएम ने बैठक बुलाई
शिलांग । मेघालय के सीएम कोनराड संगमा और असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने सीमा विवाद पर चर्चा करने के लिए बैठक बुलाई है। दोनों सीएम मुलाकात करके विवाद के शेष छह मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे। यह बैठक कोइनाधोरा में असम राज्य अतिथि गृह में होने जा रही है। दोनों प्रदेश के सीएम के साथ इस बैठक में संबंधित क्षेत्रीय समितियों के अध्यक्ष और दोनों राज्यों के मुख्य सचिव भी शामिल हो रहे हैं। हालांकि दोनों राज्यों के बीच विवाद के जिन क्षेत्रों को सुलझाने के लिए दोनों मुख्यमंत्रियों ने पहले भी कई दौर की बातचीत की है। हालांकि, मार्च 2022 में नई दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में राज्य सरकार द्वारा समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने और मतभेद के 12 क्षेत्रों में से छह क्षेत्रों में मतभेदों को सुलझाने के बाद शनिवार को होने वाली बैठक दूसरी मुख्यमंत्री-स्तरीय बैठक है। दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच वार्ता असम के पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले और मेघालय के पश्चिम जयंतिया हिल्स जिले के बीच अंतर-राज्यीय सीमा पर रहने वाले कारबिस और पनार के बीच झड़पों की पृष्ठभूमि में हो रही है। गौरतलब है कि कार्बी आंगलोंग जिले और पश्चिम जयंतिया हिल्स जिले के सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले कारबिस और पनार लोगों के बीच हिंसक झड़पें हुईं जिसमें तीर-कमान और गुलेल का इस्तेमाल किया गया।
पिछले दिनों धान के खेतों में बनी दो झोपड़ियों में भी आग लगा दी गई। असम पुलिस को लपांगप गांव में विरोधी गुटों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस छोड़ने पड़े। एक सरकारी अधिकारी ने दोनों मुख्यमंत्रियों की बैठक से पहले कहा कि दोनों मुख्यमंत्री मतभेद के शेष छह क्षेत्रों पर चर्चा करेंगे, जिसमें खंडूली और लपांगप जैसे विवादास्पद क्षेत्रों में हालिया झड़पों को भी शामिल किया जाएगा। लपांगप इलाके में पनार और कारबिस लोगों के बीच झड़प को खत्म करने के लिए उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक स्तर पर एक बैठक भी हुई, जिसमें दोनों समुदायों के स्थानीय नेता भी शामिल हुए। दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि मेघालय के निवासियों को धान कटाई की अनुमति दी जाएगी, जबकि मेघालय पक्ष को क्षेत्र में मेघालय बेसिन विकास प्राधिकरण द्वारा लगाए गए पौधों को हटाने के लिए कहा गया।