दिल्ली में यमुना का उफान कम होने लगा है। बृहस्पतिवार सुबह नौ बजे पुरना लोहा पुल के पास यमुना का जलस्तर चेतावनी के स्तर से नीचे 204.42 मीटर था। हिमाचल प्रदेश में हो रही वर्षा के कारण दिल्ली में यमुना का पानी बढ़ने लगा था। मंगलवार सुबह यह चेतावनी स्तर 204.50 मीटर के ऊपर और रात में खतरे के निशान 205.50 मीटर से ऊपर पहुंच गया था। इससे दिल्ली के निचले क्षेत्र में पानी भरने का खतरा उत्पन्न हो गया था। बुधवार रात 10 बजे यह पुराना लोहा पुल के पास खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर पहुंच गया था। 29 जुलाई के बाद पहली बार यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा था। बुधवार सुबह छह बजे तक यह खतरे के निशान से ऊपर यमुना बह रही थी लेकन सात बजे इससे नीचे आ गई है।

हथनी कुंड से छोड़ा गया था ज्यादा पानी

सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हथनी कुंड से ज्यादा पानी छोड़े जाने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई थी। सोमवार सुबह नौ बजे 75 हजार क्यूसेक से ज्यादा हो गया था। यह 26 जुलाई के बाद सबसे अधिक है। सोमवार देर रात को भी 75 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया था। मंगलवार को प्रति घंटे 30 हजार से 55 हजार क्यूसेक तक पानी छोड़ा गया। अब इसमें कमी आई है। बृहस्पतिवार को सुबह प्रति घंटे लगभग 14 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। 13 जुलाई को दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर रिकॉर्ड 208.66 मीटर तक पहुंच गया था जिससे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। कई दिनों आम जनजीवन बाधित रहा था।