शरणार्थियों के ठिकानों पर भी हो सकते हमले: इजराइल
तेल अवीव । इजरायल का कहना है कि हमास उन इलाकों से भी हम पर रॉकेट दाग रहा है, जिन्हें मानवीय मदद के लिए छोड़ा गया था। चूंकि हमास इन क्षेत्रों से भी इजरायल पर हमले कर रहा है, ऐसे में उसके जवाब में हमें भी अटैक करने होंगे और ये हमले शरणार्थियों के ठिकानों पर भी हो सकते हैं।
ऐसी स्थिति में गाजा में शरण के लिए कोई भी जगह सुरक्षित नहीं बचेगी। इजरायल ने मैप, सैटेलाइट तस्वीरें और वीडिये शेयर किए हैं, जिनमें दिखता है कि हमास के आतंकी रॉकेट दाग रहे हैं। ये हमले गाजा के अल-मावासी इलाके से किए गए हैं। इजरायली सेना का कहना है कि 14 रॉकेट दागे गए हैं। ये रॉकेट उस इलाके से दागे गए हैं, जहां गाजा के ही शरणार्थियों के लिए टेंट लगाए गए हैं। माना जा रहा है कि इजरायल अब इन इलाकों को भी निशाना बनाएगा और इसके चलते शरणार्थियों के लिए कोई भी क्षेत्र सुरक्षित नहीं रह गया है।
इजरायली सेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि हम यह नहीं बता सकते कि आगे हमारा ऑपरेशन क्या होगा, लेकिन गाजा के लोगों को हम लगातार अपडेट कर रहे हैं ताकि उन्हें कम से कम नुकसान हो। इस बीच संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटारेस ने यूएनएससी से अपील की है कि वह अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करके युद्ध विराम कराए। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि शरणार्थियों को अस्पताल, स्कूल और कम्युनिटी हॉल्स में रुकने दिया जाए। इन जगहों को किसी भी तरफ से निशाना न बनाया जाए। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार नियमों के मुताबिक भी इनको निशाना नहीं बनाया जा सकता। इजरायल को भी ऐसा करने से बचना चाहिए।
वहीं इजरायल का कहना है कि ऐसे ठिकानों को हमास अपनी आतंकी हरकतों के लिए इस्तेमाल कर रहा है। यही आरोप लगाते हुए इजरायल ने पिछले दिनों गाजा के सबसे बड़े अस्पताल अल-शिफा पर अटैक किया था और वार्ड-वार्ड में जाकर आतंकियों की तलाश की थी। इजरायल ने तो यह भी दावा किया था कि एमआरआई मशीनों तक में एके-47 राइफलें मिली थीं। बता दें कि इजरायल अब तक गाजा के उत्तरी इलाके में ही हमले बोल रहा था, लेकिन अब साउथ का क्षेत्र भी सुरक्षित नहीं बचा है।