गुरुग्राम । हरियाणा के नूंह और आसपास के जिलों में सांप्रदायिक हिंसा के संबंध में सोशल मीडिया पर कथित भड़काऊ पोस्ट करने पर एक न्यूज चैनल के रेजिडेंट एडिटर को गुरुग्राम पुलिस ने गिरफ्तार ‎किया है। पुलिस से ‎मिली जानकारी के अनुसार एक न्यूज चैनल के स्थानीय संपादक मुकेश कुमार को गुरुग्राम साइबर थाना पूर्वी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जब‎कि संब‎न्धित न्यूज चैनल ने अपने स्थानीय संपादक मुकेश कुमार की गिरफ्तारी को मीडिया की स्वतंत्रता पर हमला बताया है। हालांकि इसके पहले आरोप लगाया था कि कुछ गुंडों द्वारा उन्हें अगवा किया गया था। जानकारी के अनुसार, मुकेश कुमार की गिरफ्तारी की पुष्टि से पहले दोपहर को न्यूज चैनल के ट्विटर हैंडल से पत्रकार को गुरुग्राम से अगवा करने का ट्वीट किया गया था। पुलिस ने बताया कि 8 अगस्त को मुकेश द्वारा ट्वीट कर आरोप लगाया गया था ‎कि एक विदेशी न्यूज चैनल गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर को फोन कर उन पर सांप्रदायिक दंगों को लेकर हिंदुओं के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बना रहा है। इस दबाव के बाद कहीं से भी हिंदू कार्यकर्ताओं को उठाया जा रहा है। जब‎कि गुरुग्राम पुलिस ने मुकेश कुमार की पोस्ट को आधारहीन, झूठा और भ्रामक बताया। पुलिस ने कहा कि साइबर अपराध थाने में पत्रकार के खिलाफ आईटी अधिनियम की संबंधित धारा और अन्य धाराओं के तहत एक एफआईआर दर्ज की गई थी। एसीपी (क्राइम) वरुण दहिया ने कहा कि मुकेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है।
न्यूज चैनल ने पहले ट्वीट कर दावा किया था कि उसके स्थानीय संपादक मुकेश कुमार को गुरुग्राम से अगवा कर लिया गया है। चैनल ने दावा किया कि वह संघर्षरत हिंदू कार्यकर्ताओं की मदद के लिए मेवात गए थे। इसमें कहा गया कि गुरुग्राम के सेक्टर-17 में गुंडों ने उनका अपहरण कर लिया। हालांकि, बाद में उसने एक और बयान जारी कर कहा कि गिरफ्तारी की सूचना देने के लिए बयान जारी करने में गुरुग्राम पुलिस को सात घंटे लग गए। चैनल ने गिरफ्तारी को पूरी तरह गलत करार दिया। गौरतलब है कि, मुस्लिम बहुल नूंह जिले में 31 जुलाई को विश्व हिंदू परिषद की ब्रज मंडल शोभा यात्रा पर भीड़ द्वारा हमला करने के बाद साम्प्रदायिक हिंसा भड़क गई थी।