यूएई की कार्यवाही को अधिकांश पाकिस्तानियों ने बताया उचित
इस्लामाबाद । संयुक्त अरब अमीरात ने पाकिस्तान के 950 लोगों को एक जहाज में भरकर दुबई से पाकिस्तान भेज दिया है। यूएई के इस फैसले पर कुछ लोगों ने पाकिस्तानियों की गलती बताई है तो कुछ ने संयुक्त अरब अमीरात के कदम को असंवेदनशील बताया। वहीं पाकिस्तान के लोगों ने मामले में भारत और पाकिस्तान की तुलना भी की है। कई पाकिस्तानियों ने कहा कि भारत की दुनिया में इज्जत है लेकिन पाकिस्तान की कोई इज्जत नहीं रह गई।
पाकिस्तान सूत्रों ने बताया कि पहले तो सऊदी पाकिस्तानियों को बाहर भेजता था लेकिन अब यूएई ने भी 950 लोगों को लात मारकर फेंक दिया है। पाक मूल के ब्रिटिश नागरिक ने कहा कि पाकिस्तानी अपनी हरकत की वजह से दूसरे मुल्कों में जलील होते हैं। पाकिस्तान के लोग बाहर जाकर भीख मांगते और कायदे कानून तोड़ते हैं। ऐसे में क्यों न उनको लोग वापस भेजें। पाकिस्तानियों ने अपने लोगों के साथ-साथ यूएई की सरकार पर भी गुस्सा निकाला है।
वहीं एक पाकिस्तानी बुजुर्ग ने कहा कि यूएई को अपने फैसले पर शर्म आनी चाहिए। पाकिस्तान एक इस्लामी मुल्क है और यूएई को इसका ध्यान रखना चाहिए। पाकिस्तान में दहशतगर्द इंडिया और दूसरे देश भेज रहे हैं। दूसरे देशों के भेजे एजेंट पाकिस्तान में जुल्म कर रहे हैं।
एक अन्य पाकिस्तानी ने कहा कि भारत और अफगानिस्तान के मीडिया में जिस तरह से ये खबर छपी है, उसमें जिस प्रकार हमारा जमकर मजाक उड़ाया गया है उस पर हमारे राजनेताओं को ध्यान देना चाहिए। वहीं एक दूसरे पाकिस्तानी ने कहा कि हम सऊदी और यूएई में जाकर बेईमानी करते हैं तो वहां के कानून में फंस जाते हैं।