नई दिल्ली। उत्तर-पूर्वी दिल्ली से कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैया कुमार ने आज अपना नामांकन दाखिल किया। उनके साथ दिल्ली कांग्रेस के कई नेताओं के साथ-साथ आप के नेता भी मौजूद रहे। हालांकि इस दौरान कोई कार्यकर्ता उनके साथ मौजूद नहीं रहा। नामांकन दाखिल करने के बाद कन्हैया कुमार चुनाव कार्यालय पहुंचे। वहीं से उन्होंने रैली निकाली। 

नामांकन दाखिल करने के दौरान उनके साथ आप नेता गोपाल राय और नरेंद्र नाथ भी मौजूद रहे। इसके बाद उन्होंने चुनाव कार्यालय से एक रैली भी निकाली। इस दौरान वे हाथों में संविधान के प्रस्तावना की कॉपी भी साथ लिए हुए थे। 

एनएसयूआई और जेएनयू के छात्रों ने कन्हैया कुमार की रैली की जिम्मेदारी संभाल रखी है। रैली में थोड़ी दूरी पर कांग्रेस और आप के नेता भी साथ चल रहे हैं। कन्हैया कुमार ने अपना नामांकन दाखिल करने से पहले हवन किया और सर्वधर्म प्रार्थना में भाग लिया। दिल्ली की सभी 7 संसदीय सीटों पर 25 मई को वोट डाले जाएंगे।

10 साल बाद भी जनता परेशान: गोपाल राय 

AAP नेता गोपाल राय ने इस दौरान कहा, "पिछले दो बार से मनोज तिवारी यहां से जीत रहे हैं। उस समय आम आदमी पार्टी और कांग्रस पार्टी दोनों अलग-अलग चुनाव लड़ते थे, लेकिन इस बार दोनों पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ रही हैं। AAP-कांग्रेस के उम्मीदवार कन्हैया कुमार हैं। पार्टियों के बिखराव का फायदा उन्हें इस बार नहीं मिलेगा। 10 साल भाजपा को काम करने का मौका दिया गया लेकिन जनता परेशान है और जनता में आक्रोश है।"

अपना दूसरा लोकसभा चुनाव लड़ रहे कन्हैया भाजपा के दो बार के सांसद मनोज तिवारी के खिलाफ उत्तर-पूर्वी सीट से चुनाव लड़ेंगे। 2019 में, कन्हैया कुमार ने बिहार के बेगूसराय से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था लेकिन केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी नेता गिरिराज सिंह से हार गए। बाद में वह 2021 में कांग्रेस में शामिल हो गए। 2019 के लोकसभा चुनाव में मनोज तिवारी को 53.90 फीसदी वोट मिले। उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र नई दिल्ली के 7 संसदीय क्षेत्रों में से एक है। यह एक सामान्य श्रेणी की संसद सीट है जिसमें मध्य दिल्ली जिले और पूरे उत्तर पूर्वी दिल्ली जिले और शाहदरा जिले का कुछ हिस्सा शामिल है।

कांग्रेस दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन में लोकसभा चुनाव लड़ रही है। सीट-बंटवारे के हिस्से के रूप में कांग्रेस तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि AAP ने दिल्ली में चार निर्वाचन क्षेत्रों से उम्मीदवार उतारे हैं। राजधानी में सात लोकसभा क्षेत्र नई दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, चांदनी चौक, उत्तर पश्चिम और उत्तर पूर्वी दिल्ली हैं। दिल्ली में लोकसभा चुनाव 25 मई को एक ही चरण में होंगे। दिल्ली में 7 लोकसभा सीटों के लिए मतदान होगा। वोटों की गिनती देशभर में सामूहिक रूप से 4 जून को की जाएगी।