भोपाल । प्रदेश के विभिन्न जिलों में रुक-रुक कर वर्षा हो रही है। मानसून द्रोणिका वर्तमान में मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है। इसके अतिरिक्त अलग-अलग स्थानों पर 3 मौसम प्रणालियां भी बनी हुई हैं। इनके असर से यह बारिश हो हरी है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, सोमवार को ग्वालियर, भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर सहित इंदौर संभाग के जिलों में मध्यम वर्षा होने की संभावना है। शेष क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक मानसून द्रोणिका बीकानेर, जयपुर, ग्वालियर, सीधी, डाल्टनगंज, आसनसोल होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में बना चक्रवात अब उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर सक्रिय हो गया है। पाकिस्तान पर एक पश्चिमी विक्षोभ द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। गुजरात से लेकर केरल तक अपतटीय द्रोणिका बनी हुई है।मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि मानसून द्रोणिका नीचे आकर मध्य प्रदेश से गुजर रही है। इस वजह से अरब सागर के साथ ही बंगाल की खाड़ी से कुछ नमी आने का सिलसिला बना हुआ है।इस वजह से ग्वालियर, भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर एवं इंदौर संभाग के जिलों में मध्यम वर्षा होने की संभावना है। शेष क्षेत्रों में कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। हालांकि वर्तमान में बंगाल की खाड़ी या अरब सागर में कोई प्रभावी मौसम प्रणाली के सक्रिय नहीं रहने से भारी वर्षा होने की उम्मीद नहीं है। इसी क्रम में रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सिवनी में 62, सतना में 42, खजुराहो में 34, ग्वालियर में 20, खरगोन में 15, जबलपुर में सात, मलाजखंड में तीन, मंडला में दो, रीवा में एक, छिंदवाड़ा में 0.6, धार एवं बैतूल में 0.4 मिलीमीटर वर्षा हुई।