नई दिल्ली । केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि कोई भी देश अनुसंधान एवं विकास और प्रौद्योगिकी को अपनाए बिना प्रगति नहीं कर सकता। एनआईटी दिल्ली के छात्रों से संवाद करते हुए जयशंकर ने विद्यार्थियों को स्थानीय एवं वैश्विक घटनाक्रम को समझने का सुझाव दिया। विदेश मंत्री ने कोविड महामारी और यूक्रेन युद्ध का पेट्रोलियम और खाद्य पदार्थो की कीमतों पर पड़ने वाले प्रभावों का जिक्र कर कहा, वैश्विकरण ने अंदर और बाहर की दीवारों को ध्वस्त कर दिया है और आपको समझना होगा कि आपके आसपास क्या घटित हो रहा है।’’
जयंशकर ने कहा कि कोई भी देश अनुसंधान एवं विकास और प्रौद्योगिकी को अपनाए बिना प्रगति नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले नौ वर्षो में कई बदलाव हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी की हाल की अमेरिका यात्रा का उल्लेख कर जयशंकर ने कहा, ‘‘ उनकी एक अलग छवि है, खास तौर पर लोकतांत्रिक दुनिया में उनकी (मोदी) एक वरिष्ठ अनुभवी और विश्वसनीय नेता की छवि है।’’ विदेश मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी के विचारों और उनके निर्णयों का प्रभाव है। उन्होंने कहा, अपनी विदेश यात्राओं में प्रधानमंत्री मोदी 140 करोड़ भारतीयों की ताकत और उनकी प्रतिभाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। अब दुनिया भारत और इसके युवाओं की ओर देख रही है।’’ विदेश मंत्री ने मोदी सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए भारत को सेमीकंडक्टर विनिर्माण का केंद्र बनाने और देश में राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन स्थापित करने से जुड़े कदमों का उल्लेख किया।