15 करोड़ की लागत से बनेगा फुटओवर ब्रिज....
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये नरेला रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की योजना शिलान्यास करेंगे। इस योजना के अंतर्गत 26 करोड़ रुपये खर्च कर नरेला रेलवे स्टेशन का आधुनिक सुविधाएं दी जाएंगी।
इन कामों में खर्च होगी राशि?
15 करोड़ रुपये की लागत से लगभग 36 फीट चौड़ा फुटओवर ब्रिज बनाया जाएगा। ब्रिज तक जाने के लिए लिफ्ट भी लगाई जाएगी। शेष 11 करोड़ रुपये रेलवे स्टेशन की साज-सज्जा के अलावा वेटिंग रूम, शौचालय समेत कई सुविधाओं पर खर्च किए जाएंगे। इस योजना के तहत नरेला रेलवे स्टेशन को सिटी सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा। रेलवे स्टेशन के सुंदरीकरण के अलावा इलेक्ट्रिक, सिग्नलिंग एवं दूरसंचार प्रणाली को अत्याधुनिक बनाने के लिए साढ़े तीन करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। सिग्नल, एलईडी लाइटें, पंखे, जीपीएस घड़ी, पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम, कोच इंडिकेटर लगाए जाएंगे। अग्र भाग समेत पूरा रेलवे स्टेशन एलईडी लाइटों से जगमगाएगा। यात्रियों के लिए वेटिंग रूम को नए सिरे से आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा। एलईडी से प्रकाश व्यवस्था, एक नज़र में डिस्प्ले बोर्ड मोनो रंग का प्रावधान, जीपीएस आधारित प्लेटफॉर्म घड़ी का प्रावधान के अलावा एक्जीक्यूटिव, आरक्षित लाउंज, वीआईपी कमरे में एलईडी टीवी का प्रावधान, यात्री उद्घोषणा प्रणाली का विस्तार किया जाएगा।
30 वर्षों की जरूरतों को ध्यान में रखकर होगा पुनर्विकास का काम
उत्तर रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अगले 30 वर्षों की जरूरतों को ध्यान में रखकर नरेला स्टेशन के पुनर्विकास का काम किया जाना है। दिव्यांगों, महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों को ध्यान में रखते हुए फुटओवर ब्रिज पार करने के लिए रेंप और लिफ्ट लगाई जाएगी। फुटओवर ब्रिज से लेकर वाटर बूथ, शौचालय आदि नागरिक सुविधाओं में दिव्यांगजनों की जरूरत व सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा। रेल यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशन पर कैफे भी बनाया जाएगा। पुनर्विकास का कार्य छह से आठ माह में काम पूरा किया जाएगा। उधर, इस कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर रेल विभाग का अमला दिनभर व्यस्त रहा।स्टेशन की साफ-सफाई से लेकर रंग-रोगन का काम चलता रहा।रेल विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने तैयारियों का जायजा लिया।