उप्र के 16 जिलों में बाढ़
3 नदियां उफान पर, 24 घंटे में 6 मौतें
गोरखपुर। नेपाल से सटे उत्तर प्रदेश के 16 जिलों में बाढ़ के हालात लगातार बने हुए हैं। यहां तीन नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। राप्ती नदी, बूढ़ी राप्ती और क्यूनो नदी के उफान पर होने के कारण गोरखपुर, सिद्धार्थ नगर और गोंडा में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। वाराणसी का रत्नेश्वर महादेव मंदिर गंगा में डूब गया है। यह दुनिया का पहला झुका हुआ मंदिर है। 15 घाट भी जलमग्न हो गए हैं। अस्सी और दशाश्वमेध घाट के आरती स्थल तक पानी पहुंच गया है।
पिछले 24 घंटे में बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण 6 लोगों की मौत हुई है। उत्तर प्रदेश सरकार ने बताया कि सभी की मौत डूबने से हुई है। इसके अलावा कर्नाटक में मंगलवार को तेज बारिश के बाद लैंडस्लाइड के कारण 4 लोगों की मौत हो गई। उधर, बिहार में भी बेतिया, बगहा, सीतामढ़ी, मधेपुरा, अररिया समेत कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। 24 से ज्यादा निचले इलाकों के गांव में बाढ़ का पानी घुस चुका है। मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश समेत 9 राज्यों में बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
ये जिले बाढ़ से प्रभावित
उत्तर प्रदेश के तराई बेल्ट के इलाके अब भी प्रभावित हैं। इसमें लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, शाहजहांपुर, बाराबंकी, सिद्धार्थनगर, बलिया, गोरखपुर, उन्नाव, देवरिया, अयोध्या, हरदोई, बहराइच, बदायूं, गोंडा, महाराजगंज और सीतापुर शामिल हैं।
9 राज्यों में बहुत भारी बारिश का अनुमान
मौसम विभाग ने बुधवार 17 जुलाई को मध्य प्रदेश, राजस्थान, गोवा, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और उत्तराखंड यानी 9 राज्यों में बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। वहीं, 10 राज्यों तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, मणिपुर, नगालैंड, मिजोरम, त्रिपुरा, पंजाब और हरियाणा में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
आगे कैसा रहेगा मौसम
गोवा, उत्तराखंड, महाराष्ट्र, गुजरात, केरल, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना में 18 जुलाई को तेज बारिश हो सकती है। राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार में 18 जुलाई को बिजली गिरने और 30-40 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान है।