अपनी लाइफ पूरी कर चुकी डीटीसी बसें
नई दिल्ली । दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविन्दर सिंह लवली ने राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के खतरनाक स्तर के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि एक सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक हवा में पराली के कण अब शून्य होने के बावजूद दमघोटू प्रदूषण का खतरा कम नहीं हो रहा है। केन्द्र और दिल्ली सरकार खोखली बयानबाजी तथा भविष्य की घोषणा करके लोगां को भ्रमित कर रही है। जबकि प्रदूषण से लोग लगातार प्रभावित होकर बीमारियों से जूझ रहे है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण का मुख्य कारण वाहन का धुआँ और सड़कों से उड़ने वाली धूल है, जिस पर नियंत्रण करने में दोनो सरकार पूरी तरह विफल रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में ध्वस्त सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था और सड़कों की बदहाल स्थिति प्रदूषण की प्रमुख भागीदार है। पिछले 10 वर्षों में परिवहन व्यवस्था सुधारने की बजाय केन्द्र और दिल्ली सरकार आरोप प्रत्यारोप की राजनीति करती हैं। वर्तमान में डीटीसी बेड़े में केवल 5 हजार के करीब ही बसें है जिनमें से आधी से अधिक की लाईफ पूरी हो चुकी है और जो बसें चल रही है वो भी प्रदूषण फैला रही है। इसके साथ ही चारों कूड़े के पहाड़ों पर बायोमास बर्निंग की हिस्सेदारी भी दिल्ली के प्रदूषण में कम नहीं है। उन्होंने कहना है कि दिल्ली सरकार द्वारा प्रर्याप्त ग्रीन कवर अप नही करने के कारण प्रदूषण में बढ़ोतरी हो रही है। वहीं, लवली ने ठंड के मौसम में रेन बसेरों की कमी के बारे में बात करते हुए कहा कि बढ़ती ठंड में दिल्ली के रैन बसेरों में लोगों को मिलने वाली सुविधाऐं पर्याप्त नही हैं, जिसके कारण लोग ठंड में रैन बसैरों में भी परेशानी झेल रहे है। लगातार तापमान में गिरावट आने के बाद सड़कों किनारे रहने वाले लोग भी अब रैन बसेरों का सहारा ले रहे है जिसके चलते सरकार के पास लोगों को रहने के लिए जगह की भारी कमी है। सरकार की लापरवाही के कारण लोग ठंड में सड़कों पर रहने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की दिल्ली में घर-घर जाकर लोगों को पार्टी की विचारधारा और नीतियों से अवगत कराने की योजना है। इतना ही नहीं, कांग्रेस के कार्यकर्ता प्रदूषण से बचने के लिए भी लोगों को जागरुक करेंगे। प्रदूषण को नियंत्रित करने में केन्द्र और दिल्ली सरकार की विफलताओं के बारे में दिल्ली वालों को जानकारी देंगे।