नई दिल्ली । जी  20 शिखर सम्मेलन को ध्यान में रखकर मेट्रो स्टेशनों को सजाने-संवारने के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ाई जा रही है। इसी कड़ी में महिला कोच में पुरुष यात्रियों का प्रवेश रोकने के लिए दस दिनों का विशेष अभियान शुरू किया गया है।सुबह छह से रात नौ बजे तक मेट्रो ट्रेन में औचक निरीक्षण कर नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) का कहना है कि 10 सितबंर तक चलने वाले अभियान के परिणाम की समीक्षा कर इसे आगे बढ़ाया जाएगा। डीएमआरसी के कर्मचारियों के साथ केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल  और दिल्ली मेट्रो रेल पुलिस (डीएमआरपी) के जवान इस अभियान में शामिल हैं। अधिकारियों का कहना है कि महिला यात्रियों में सुरक्षा की भावना पैदा करने के लिए यह कदम उठाया गया है। महिला कोच के साथ ही अन्य कोच और स्टेशनों पर भी जांच की जाएगी, जिससे महिलाओं के साथ होने वाले अपराध को रोका जा सके। इस अभियान के बाद भी औचक निरीक्षण होता रहेगा। दिल्ली मेट्रो में हाल ही में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े हैं। दिल्ली मेट्रो की रेड लाइन पर सफर करने के दौरान एक नाबालिग लड़के के सामने एक शख्स ने गंदी और घिनौनी हरकत को अंजाम दिया। इस घटना के बाद नाबालिग लड़की अपना सफर पूरा करने से पहले ही अगले ही मेट्रो स्टेशन पर उतर गई थी। इस घटना के बाद मेट्रो में सफर करने वाले अन्य लोगों ने शख्स को दबोचकर पुलिस के हवाले किया, जिसके बाद उसकी गिरफ्तारी हो गई है। इस मामले में पुलिस ने शिकायत दर्ज की थी। दिल्ली मेट्रो में यह घटना रक्षाबंधन के दिन ही घटी थी। इस घटना के बाद दिल्ली मेट्रो में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं।