दिल्ली सरकार पूरी तरह से नहीं कर सकती कंट्रोल
नई दिल्ली । दिल्ली में प्रदुषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। शुक्रवार को ओवर ऑल दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 346 दर्ज किया गया। दिल्ली के लोग जरहरिली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। अब इस मामले में आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल की प्रतिक्रया सामने आई है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि सबसे पहले तो ये सोचना ग़लत है कि दिल्ली सरकार प्रदूषण पर पूरी तरह से नियंत्रण कर सकती है क्योंकि प्रदूषण का मामला अकेले दिल्ली का नहीं है। उन्होंने कहा यहां दिल्ली के बाहर के स्रोत अंदर के स्रोतों की तुलना में दोगुना प्रदूषण फैलाते हैं, लकिन दिल्ली सरकार युद्ध स्तर पर काम कर रही है। यह सीएम अरविंद केजरीवाल के प्रयासों का नतीजा है कि केंद्र सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में 200 दिनों से अधिक अच्छी वायु गुणवत्ता रही, लेकिन अभी और कार्य करना है। एक नवंबर के बाद 10-15 दिनों में मौसम में बदलाव होता है। इसलिए हम स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अधिक ध्यान केंद्रित करेंगे दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि हम लगातार नीतियों पर काम कर रहे हैं। पिछले साल 13-14 हॉटस्पॉट चिन्हित किए गए थे, जहां लगातार प्रदूषण बढ़ रहा था। अब इनकी संख्या चार से पांच है। पूरे उत्तर में भारत में एक्यूआई की ऐसी ही स्थिति है। अगले 15 दिन दिल्ली के लिए बेहद नाजुक है। हवा की रफ्तार कम है और तापमान गिर रहा है। इसे देखते हुए ग्रैप-3 नियम लागू कर दिए हैं। हम देख रहे हैं कि नियम और नीतियां तो बन और निर्देशित हो रही हैं, लेकिन उनका क्रियान्वयन सख्त नहीं है। यह एक चुनौती है। गोपाल राय ने कहा कि हम (ऑड-ईवन के लिए) देरी नहीं कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) को निर्णय लेने का अधिकार दिया है। उनके निर्देश के अनुसार, हम अपने कदम आगे बढ़ा रहे हैं। अगर स्थिति बहुत गंभीर हुई तो हम सभी से चर्चा के बाद आगे का फैसला लेंगे। बता दें दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर और जीआरएपी-3 उपायों के सख्त कार्यान्वयन के मुद्दे पर दिल्ली सचिवालय में सभी संबंधित विभागों के साथ एक समीक्षा बैठक भी की।