नई दिल्ली। मणिपुर हिंसा के विरोध में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी (डीपीसीसी) द्वारा आज रविवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर मौन सत्याग्रह का आयोजन किया जा रहा है। इससे पहले 20 जुलाई को मणिपुर परेड की घटना को लेकर भारतीय युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया था।

इस दौरान दिल्ली की सड़कों पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं एकत्र हुए थे। आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की थी। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए वहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। गौरतलब है कि पिछले दिनों सोशल मीडिया पर मणिपुर का एक वीडियो सामने आया है जिसमें पुरुषों के एक ग्रुप द्वारा दो महिलाओं को नग्न घुमाते हुए देखा गया। यह वीडियो वायरल होने के बाद देशभर में लोगों में गुस्सा देखा जा रहा है। यह घटना इसी साल मई माह में हुई थी।

इससे पहले कल यानी शनिवार को मणिपुर के छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी से मिलकर, पढ़ाई में सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि मणिपुर में अलग-अलग कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र जान बचाकर दिल्ली पहुंचे हैं। वहां के हालात बहुत खराब हैं। दंगाइयों को काबू करने में सरकार विफल रही है। लोगों की हत्या हो रही है। महिलाओं की अस्मिता से खिलवाड़ किया जा रहा है। स्कूल-कॉलेज बंद हैं।

स्कूल-कॉलेज बंद होने से पढ़ाई प्रभावित

छात्रों ने कहा कि पिछले कई माह से स्कूल-कॉलेज बंद रहने से उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। उन्होंने दिल्ली या किसी अन्य राज्य में नामांकन कराने की मांग की।

मणिपुर में अराजकता की स्थिति है। मणिपुर सरकार व केंद्र सरकार वहां की स्थिति सुधारने को लेकर गंभीर नहीं है। इसके विरोध में रविवार को कांग्रेस जंतर मंतर पर मौन सत्याग्रह कर रही है। सत्याग्रह में पार्टी के राष्ट्रीय नेता भी शामिल होंगे। - अनिल चौधरी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष