भोपाल । प्रदेश के कई जिलों में बादल छाए हुए हैं। इस वजह से कहीं-कहीं गरज-चमक की स्थिति बन सकती है। अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से मिली रही नमी के कारण मौसम में यह परिवर्तन आया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक गुरुवार को जबलपुर संभाग के जिलों में बौछारें पड़ सकती हैं। शेष क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहेगा। इस वजह से दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी। विशेषकर ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में गुरुवार से गर्मी के तेवर काफी तीखे हो सकते हैं। उधर, प्रदेश में सबसे अधिक 42.3 डिग्री सेल्सियस तापमान ग्वालियर में दर्ज किया गया। रात का सबसे अधिक तापमान 28 डिग्री सेल्सियस नौगांव में दर्ज किया गया।मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में दक्षिणी हरियाणा, उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश के मध्य में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बने हुए हैं। पूर्वी विदर्भ पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना है। इस चक्रवात से लेकर केरल तक एक द्रोणिका बनी हुई है। जबलपुर संभाग में नमी के कारण कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं। उधर ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलों में मौसम शुष्क बना हुआ है। इस वजह से वहां दिन के तापमान में और बढ़ोतरी होने की संभावना है। शुक्रवार से एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत पहुंचने के आसार हैं, लेकिन इस मौसम प्रणाली की आवृति कम रहने के कारण मध्य प्रदेश के मौसम पर इसका विशेष असर नहीं होगा। इस वजह से गर्मी के तेवर तीखे रहने के आसार हैं।मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी इन मौसम प्रणालियों के कारण मिल रही नमी से कहीं-कहीं आंशिक बादल छाए हुए हैं। हालांकि अब मौसम धीरे-धीरे शुष्क होने लगा है। इस वजह से गुरुवार से बादल छंटने के साथ ही दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी।