नई दिल्ली । भाजपा ने शुक्रवार को राजस्थान और मप्र समेत 4 राज्यों में चुनाव प्रभारियों की घोषणा की है। प्रह्लाद जोशी को राजस्थान, केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव को मप्र, ओपी माथुर को छत्तीसगढ़ और प्रकाश जावड़ेकर को तेलंगाना का जिम्मा सौंपा गया है। पार्टी ने इन राज्यों के सह-प्रभारियों की भी नियुक्ति की है। राजस्थान में जोशी के साथ नितिन पटेल और कुलदीप बिश्नोई को सह प्रभारी बनाया गया है।
मप्र में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को सह प्रभारी नियुक्त किया गया है। छत्तीसगढ़ में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को सह प्रभारी का जिम्मा दिया गया है। इसके अलावा तेलंगाना में सुनील बंसल को सह प्रभारी नियुक्त किया गया है। इन चारों राज्यों में इसी साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं। मध्य प्रदेश में भाजपा, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और तेलंगाना में फिलहाल बीआरएस की सरकार है।
 छात्र राजनीति से केंद्रीय मंत्री तक का सफर तय करने वाले भूपेंद्र यादव मात्र सात साल की उम्र में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे। भूपेंद्र यादव मूल रूप से गुरुग्राम जिले के गांव जमालपुर के रहने वाले हैं। वे राजस्थान से राज्यसभा में दो बार पहुंच चुके हैं। उनके पिता कदम सिंह यादव रेलवे में नौकरी करते थे। वे कई वर्षों तक अजमेर में पदस्थ रहे। इसके चलते उनका पूरा परिवार राजस्थान के अजमेर ही वर्षों तक रहा। भूपेंद्र यादव ने स्कूल से लेकर कालेज तक की शिक्षा राजस्थान में ही ग्रहण की। 1993 में सेवानिवृत्ति के बाद परिवार पैतृक गांव में रहने लगा। भूपेंद्र स्कूल में पढ़ाई करने के साथ ही संघ से जुड़े रहे। संघ के कार्यों में बढ़-चढक़र हिस्सा लेते थे। कालेज में आने के बाद छात्र राजनीति में सक्रिय हो गए थे। कानून की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह धीरे-धीरे भाजपा की राजनीति में सक्रिय होने लगे थे। कई वर्षों तक अधिवक्ता परिषद में काम किया। फिर भाजपा के राष्ट्रीय बने। इसके बाद पीछे मुडक़र नहीं देखा। धीरे-धीरे आगे बढ़ते रहे। पिछले कुछ वर्षों के दौरान भूपेंद्र यादव की पहचान भाजपा के गिने चुने रणनीतिकारों में हो चुकी है। संगठन में उनके पास राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी भी रही है। वह बिहार जैसे राज्य के प्रभारी भी रह चुके हैं। बिहार में पार्टी की सत्ता वापसी में उनकी विशेष भूमिका मानी गई थी।