विदेश से दिल्ली लौटने के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना से फिर बात की और राष्ट्रीय राजधानी में बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने में हुई प्रगति के बारे में जानकारी ली। इससे पहले विदेश यात्रा के दौरान भी वह एलजी से दिल्ली के बारे में जानकारी ले रहे थे। भारी वर्षा के बाद दिल्ली के कई हिस्सों में पानी भर गया है, क्योंकि यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। हालाँकि, नदी के जल स्तर में शनिवार को गिरावट देखी गई, जिससे अधिकारियों को सड़कें खोलने और यातायात की आवाजाही को आसान बनाने की अनुमति मिली, क्योंकि कई क्षेत्रों से बाढ़ का पानी कम हो गया है। एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली पहुंचते ही पीएम ने दिल्ली के एलजी से यमुना नदी के कारण दिल्ली में बाढ़ जैसी स्थिति और बचाव कार्यों पर जानकारी ली। मोदी फ्रांस और यूएई की तीन दिवसीय यात्रा पर थे। वहीं एलजी सक्सेना ने यमुना तटबंध की मरम्मत करने व आइटीओ बैराज के गेट खोले जाने पर श्रमिकों व सेना को धन्यवाद दिया है। एलजी ने टवीट कर कहा कि श्रमिकों व भारतीय सेना के जवानों और अधिकारियों को नमन है। उनके अथक प्रयास और परिश्रम से ही डब्ल्यूएचओ बिल्डिंग के सामने यमुना के तटबंध को दुरुस्त किया जा सका है और आइटीओ बैराज पर गाद से जाम गेटों को खोला जा सका है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिल्ली में बाढ़ की स्थिति में निरंतर सुधार हो।

अधिकारियों के साथ किया दौरा

वहीं, एलजी वीके सक्सेना ने अधिकारियों संग शनिवार को भी राजधानी में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और पूरी स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने राजघाट आदि इलाकों में बाढ़ प्रभावित इलाके को देखा और अधिकारियों को पानी निकालने के लिए ज्यादा तेजी के साथ प्रयास करने को कहा। साथ ही उन्होंने कहा कि बाढ ग्रस्त क्षेत्रों में जो भी लोगों अपने घरों में मौजूद हैं, उन्हें जरूरत का सामाना उपलब्ध कराया जाए। इस दौरान अधिकारियों ने उन्हें पानी को निकालने के उपायों की जानकारी दी और बताया कि लोगों को राहत देने के लिए हर प्रकार के कार्य किये जा रहे हैं।